पूरे दो घंटे अप और डाउन में रेल यातायात बाधित रही। बिलासपुर और करगीरोड रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस की सुरक्षा और घेरेबंदी को रणनीति के तहत चकमा देते हुए कांग्रेसजनों ने प्रदेस कांग्रेस कमेटी ने स्टेशन में घुसकर पटरी लेटकर ट्रेनें रोकीं।
कांग्रेसियों ने सिर्फ माल गाड़ियों को ही रोका। जिले के जयराम नगर , कोटा, बेलगहना और बिल्हा रेलवे स्टेशन में भी कांग्रेसियों ने ट्रेनों के पहिए जाम किए।
कांग्रेसजनों ने प्रदेशकांग्रेस के निर्देश को पूरा करने पूरी रात रतजगा किया और पुख्ता रणनीति बनाई। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में दो घंटे से भी अधिक समय तक कोटा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तीन ब्लाक,काेटा,रतनपुर और बेलगहना ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की रेल रोकने गोपनीय बैठक हुई। सुबह पांच बजे करगीरोड कोटा रेलवे स्टेशन के करीब कांग्रेसजनों और ग्रामीणों की भारी भीड़ जुूटी और अप व डाउन लाइन पर मालगाड़ी को रोक दिया।
मालगाड़ी के पहिए थमते ही कानफोड़ू हार्न बजते ही रेलवे स्टेशन मे तैनात अफसरों और सुरक्षा बलों में हड़कंप मच गया। जब तक जानकारी मिलती और मौके पर पहुंचते तब तक अप और डाउन लाइन में मालगाड़ियों के पहिए थमय गए थे। इसकी खबर आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गई। जिला अध्यक्ष समेत कई कांग्रेसियों ने ट्रेन के सामने पटरी पर लेटकर प्रदर्शन किया।
11 बजे बिलासपुर स्टेशन के सामने धरना, सुरक्षा घेरा तोड़कर पटरियों पर लेटकर किया प्रदर्शन
सुबह 11 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन के बाहर कांग्रेसियों ने धरना दिया। धरने को विधायक शैलेष पांडेय,विजय केशरवानी, विजय पांडे, बैजनाथ चन्द्राकर,अटल श्रीवास्तव, शेख नजीरूद्दीन,राजेश पांडे समेत बड़े नेताओं ने संबोधित किया। इसके बाद करीब 2 बजे कांग्रेसी रेल रोकने स्टेशन की ओर बढ़े। प्रदर्शन और रोक रोको आंदोलन को रोकने के लिए आरपीएफ ने स्टेशन के बाहर सुरक्षा घेरा बनाया था, जिसे तोड़ते हुए कांग्रेसी स्टेशन के भीतर दाखिल हुए और पटरियों पर लेटकर ट्रेनें रोकी।
यहां भी विधायक शैलेष पांडे और विजय केशवानी समेत बड़े नेताओं ने पटरियों पर लेटकर विरोध प्रदर्शन करते हुए केन्द्र सरकार, प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंजन पर चढ़कर और सामने पटरियों पर लेटकर कांग्रेसियों ने ट्रेनें रोकी। इस दौरान आरपीएफ की टीम ने प्रदर्शन करने वालों को उठाकर प्लेटफार्म पर छोड़ा।
कोटा की खबर से जगा उत्साह
कोटा में रेल रोकने की खबर जैसे ही प्रदेश में फैली इससे कांग्रेसजनों में जोश के साथ ही उत्साह भी जागा। यही कारण है कि कोटा के बाद बेलगहना,जयरामनगर,बिल्हा और बिलासपुर में रेल रोकने की खबरें आने लगी। जिला अध्यक्ष की आगुवाई में ब्लाक अध्यक्षों की सहयोग से में रेल रोकने के बाद जिला अध्यक्ष को मोबाइल के जरिए जानकारी भी देते रहे। कोटा से जिलाध्यक्ष केशरवानी अपने ब्लाक अध्यक्षों व पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते रहे।
प्रदर्शन के बीच पहुंची दूसरी ट्रेन,जाम हुआ चक्का
प्रदर्शन के दौरान ही पेंड्रा की ओर से एक और मालगाड़ी तेज हार्न बजाते पहुंची। पहली मालगाड़ी के सामने आधे कार्यकर्ता व ग्रामीणों को छोड़कर बाकी भीड़ के साथ जिलाध्यक्ष दूसरी लाइन के पटरी पर झंडा लहराते खड़े हो गए और मालगाड़ी का पहिया जाम कर दिया। मालगाड़ी के इंजन पर खड़े होकर जिलाध्यक्ष केशरवानी ने ग्रामीणों व पदाधिकारियों को संबोधित किया और कांग्रेस झंडा लगा दिया।
गरीब जनता का जीना हुआ मुश्किल-विजय केशरवानी
रेल रोकने के बाद उपस्थित ग्रामीणों व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि पूरे भारत में सिर्फ छत्तीसगढ़ को ही केंद्र सरकार रेल के माध्यम से परेशान कर रही है । छोटे-छोटे ऐतिहासिक स्टेशनों का बंद कर दिया है । गरीब जनता का जीना मुश्किल हो गया है। छत्तीसगढ़ से निकलने वाले कोयले का परिवहन कर दूसरे प्रदेश को भेजने के लिए भी छात्तीसगढ़ की यात्री सुविधाओं को बाधित किया गया।
जयराम नगर, बिल्हा, कोटा और बेलगहना में भी रोकी ट्रेनें
तय कार्यक्रम के तहत ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और सदस्यों ने बुधवार को सुबह 11 बजे से अपने-अपने क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों में पहुंचे। जयराम नगर, बिल्हा, कोटा और बेलगहना रेलवे स्टेशन के अंदर घुसकर कांग्रेस नेताओं ने माल गाड़ियां रोकी। इस दौरान आरपीएफ टीम ने प्रदर्शन करने वालों को पटरियों से उठाकर प्लेटफार्म तक लाया।